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शनिवार, 17 जनवरी 2009

प्रश्न संख्या ७

प्रश्न :- एक चोर २ बजे एक कार को चोरी करके ६० किमी/घं की गति से भागता है । चोरी का पता चलते ही ३ बजे पुलिस ८० किमी/घं की गति से पीछा करना शुरू करती है । पुलिस कितने बजे चोर को पकड़ लेगी ?

उत्तर :- पुलिस ने १ घं बाद पीछा शुरू किया तब तक चोर ६० किमी भाग चुका था । अब पुलिस इस दूरी को ८०-६० = २० किमी /घं की सापेक्ष गति से ३ घं में पूरा कर लेगी । इसलिए पुलिस चोर को
३ + ३ = ६ बजे पकड़ लेगी
चोर का पीछा शुरू करने का समय + घंटे = ६ बजे पकड़ लेगी ।

यह प्रश्न एकदम सरल है परन्तु प्रतियोगी परीक्षाओं में कभी कभी पूछा जाता है ।

सुशील दीक्षित

शुक्रवार, 16 जनवरी 2009

स्वयम हल करे - इस प्रश्न को

यदि आपने इस पोस्ट से पहले बताई गई विधि को ठीक से समझ लिया है तो नीचे दिए गए प्रश्न को ख़ुद हल करे लेकिन पेन का उपयोग न करें ।

प्रश्न :- एक नाव नदी की धारा की दिशा में १ किमी की दूरी ६ मिनट में तय कर लेती है और धारा के विपरीत दिशा में १ किमी की दूरी १० मिनट में हल करती है । नाव का स्थिर जल में वेग क्या है ?


सुशील दीक्षित

प्रश्न सं ६

प्रश्न :- यदि एक नाव नदी में धारा के विपरीत दिशा में ४ किमी की दूरी और धारा की दिशा में ३६ किमी की दूरी २ घंटे में तय कर लेती है तो नाव किस स्थिर जल में और नदी की धारा की गति क्या होगी ?

हल का तरीका :- ऐसे प्रश्नों को हल करने में नाव की दोनों स्थितियों में गति का योग करके आधा कर दे तो यह नाव की गति होगी । जैसे इस प्रश्न में नाव की गति होगी = (२ + १८ )/२ = १० किमी/घं

नोट :- यहाँ पर ध्यान देने की बात यह है की वह नाव जल की धारा के विपरीत दिवस में घंटे में किमी जाती है अतः उसकी इस दिशा में गति हुई / = किमी/घं इसलिए और ३६/ = १८ को प्रश्न हल करने में इस्तेमाल किया गया है

अब जब हमें यह पता चल गया की नाव की स्थिर जल में गति है १० किमी/ घं तो धारा की गति हो गई = १८ - १० = ८ किमी /घं

यही दोनों उत्तर हुए ।

ऐसा मैंने इसलिए किया क्योंकि मैं पहले ही बता चुका हूँ

(१) जब नाव धारा की दिशा में चलेगी तो गति होगी
नाव की स्थिर जल में गति + नदी के धारा की गति

(२) जब नाव धारा की दिशा के विपरीत दिशा में चलेगी
नाव की स्थिर जल में गति - नदी धारा की गति

ऊपर दोनों को जोड़ कर आधा कर दे तो यही तो नाव की स्थिर जल में गीत हुई ।

सुशील दीक्षित

गति से सम्बन्धित कुछ और बातें

प्रतियोगी परीक्षाओं में गति से सम्बन्धी एक प्रकार का प्रश्न और पूंछा जाता है वह है नाव जब नदी में धारा की दिशा में तथा धारा के विपरीत दिशा में चल रही हो तो उसकी गति क्या मानी जायेगी ? इस प्रकार के प्रश्नों को हल करने में केवल दो बातें ध्यान में रखनी चाहिए

(१) जब नाव धारा की दिशा में चलेगी तो गति होगी
नाव की स्थिर जल में गति + नदी के धारा की गति

(२) जब नाव धारा की दिशा के विपरीत दिशा में चलेगी
नाव की स्थिर जल में गति - नदी धारा की गति

बस इन्ही बातो को ध्यान में रखकर प्रश्न हल कने चाहिए ।

सुशील दीक्षित

प्रश्न संख्या 5

प्रश्न संख्या 4 :- एक ट्रेन अगर 150 मी लंबे प्लेटफोर्म को 20  सेकंड में तथा प्लेटफोर्म पर खड़े एक आदमी को 5 सेकंड में पार कर लेती है तो ट्रेन की चाल किमी/ घंटे में क्या है ?

मौखिक हल का तरीका :- जब ट्रेन प्लेटफोर्म को पार करती है तो वह (अपनी लम्बाई + प्लेटफोर्म की लम्बाई ) के बराबर दूरी तय करेगी और समय लगा 20 से.  का .  जब वह प्लेटफोर्म पर खड़े आदमी को पार करेगी तो वह अपनी लम्बाई को ही केवल पार करेगी और समय लगा 5  से. का . अतः प्लेटफोर्म की लम्बाई को पार करने में लगेगा 20-5=15 सेकंड. वह १५० मीटर(प्लेटफोर्म की लम्बाई है ) चली १५ सेकंड में गति हुई 150/15=10 मी / से और किमी / घंटे में हो गई 36 किमी /घं (क्योंकि मैं पहले ही बता चुका हूँ की याद रखे 18 किमी/घं = 5 मी/से )

बस हल हो गया

सुशील दीक्षित

सापेक्ष वेग प्रश्न सं ४

प्रश्न सं ४ : - २०० मी और १०० मी लम्बी दो ट्रेने क्रमशः ३५ व २५ किमी /घं की गति से समानांतर गति से विपरीत दिशा में चलती हुई एक दूसरे को कितने समय में पार कर लेगी ?

उत्तर :- इस स्थिति में दूरी हुई ३०० मी और गति हुई ३५ + २५ =६० किमी /घन क्योंकि विपरीत दिशा में जा रही हैं तो या मी / से के लिए ६० गुणे ५/१८ । अब जब इससे ३०० मी को भाग दे तो ६० से ३०० कट जायेगा ५ बार और ५ कट जायेगा नीचे बचे हुए ५ से । अब बच १८ सेकंड । यही तो उत्तर हुआ ।
मैंने यहाँ जो भी आपको मन में सोंचते हुए करना है उसी भाषा का प्रयोग किया है ।

सुशील दीक्षित

समय और गति प्रश्न सं ३

प्रश्न सं ३ सं :- १५० मी तथा ५० मी लम्बी दो ट्रेन एक दूसरे के समानांतर एक ही दिशा में क्रमशः ३५ किमी /घं और ३० किमी /घं की गति से चलती हुई एक दूसरे को को कितने समय में पार कर लेगी ?

हल का मौखिक तरीका :- पहले ही बताया जा चुका है की इस स्थिति में कुल दूरी होगी १५० + ५० = २०० मी और गति होगी ३५ -३० = ५ किमी /घं (क्योंकि वह एक ही दिशा में चल रही हैं ) । ५ किमी /घं होगा ५ गुने ५ /१८ मी / से । इस प्रकार इससे दूरी में जब भाग देंगे तो २५ से २०० कट जायेगा ८ बार और ८ में १८ का गुना = १४४ सेकंड

यही उत्तर हुआ ।


सुशील दीक्षित

सापेक्ष गति प्रश्न सं २

प्रश्न सं २ :- २८० मी लम्बी एक ट्रेन ४० किमी /घं की गति से १२० मीटर लंबे एक पुल को पार करने में कितना समय लेगी ?

मौखिक हल का तरीका :- ट्रेन कुल दूरी तय करेगी ४०० मी ( २८० + १२०) । या तो आप मन में जोड़ ही लेंगे । अब आगे बढे इसको भाग दे दे गति से । गति कितनी है ४० किमी /घं । मी / से के लिए ४० में ५ /१८ से गुना कर तो या भी मन ही मन जान सकते हैं की या २००/ १८ हो गया इससे ४०० में भाग दे । ४०० कट गया २०० से २ आया और २ में १८ से गुना तो उत्तर हो गया ३६ सेकंड ।

है न पूर्णतया मौखिक

सुशील दीक्षित

सापेक्ष गति प्रश्न १

सापेक्ष वेग प्रश्न १ :- १६० मी लम्बी एक ट्रेन एक खंभे को ३६ किमी/ घं की गति से पार करने में कितना समय लेगी ?

मौखिक हल का तरीका :- जैसा की आप जानते है की १८ किमी /घं = ५ मी /से तो ३६ मी /से अर्थात १० मीटर/ सेकंड की गति से १६० मीटर में समय लगेगा १६ से । बस यही उत्तर हुआ।

सुशील दीक्षित

सापेक्ष गति से सम्बन्धित कुछ कांसेप्ट

सापेक्ष गति से सम्बन्धित कुछ कांसेप्ट

प्रतियोगी परीक्षाओं में सापेक्ष गति से सम्बंधित प्रश्न भी पूंछे जाए जाते हैं । इससे संबधित प्रश्न हल करने के लिए पहले कुछ बातों को समझना आवश्यक है ।

प्रथम तथ्य :- यदि यह कहा जाए की कोई ट्रेन किसी पोल को 10 सेकंड में पार कर जाती है - तो इसका मतलब होता है की वह अपने लम्बाई के बराबर दूरी को 10 सेकंड में तय कर लेती है । क्योंकि जैसे ही ट्रेन के इंजन का आगे का सिरा पोल के सामने आया ट्रेन ने पोल को पास करना शुरू कर दिया और जैसे ही गार्ड के डिब्बे का अन्तिम छोर पोल को पार किया , ट्रेन ने पोल को पर कर दिया । इससे यह साफ़ है की ट्रेन पोल को पार करने  में अपने लम्बाई के बराबर दूरी तय करती है । उदाहरण यदि ऊपर बताई गई ट्रेन 50 मीटर लम्बी है तो इसका मतलब हुआ 50 मीटर की दूरी 10 सेकंड में तय कर लेती है .

द्वितीय तथ्य :- यदि यह कहा जाए की ट्रेन किसी प्लेटफोर्म को या पुल या किसी खड़ी हुई ट्रेन को 18 सेकंड में पार कर जाती है तो इसका मतलब हुआ की उसने 18 सेकंड में अपनी लबाई के बराबर दूरी और प्लेटफोर्म की लम्बाई के बराबर दूरी (दोनों को मिलाकर पार करती है )। क्योंकि जैसे ही ट्रेन के इंजन का पहला छोर प्लेटफोर्म के शुरू के छोर के सामने आएगा समय की गणना शुरू हो जायेगी और जब पूरी ट्रेन और और साथ साथ पूरा प्लेटफोर्म पार हो जायेगा अर्थात ट्रेन का अन्तिम छोर और प्लेटफोर्म का अन्तिम छोर पार हो जायेंगे तो समय की गणना बंद हो जायेगी । इसलिए अगर ट्रेन 50 मीटर लम्बी है और प्लेटफोर्म 100 मीटर लंबा है तो वह 18 सेकंड में 150 मीटर दूरी तय करती है ।

तृतीय तथ्य ;- यदि यह कहा जाए की एक ट्रेन दूसरे चलती हुई ट्रेन को पार करती है तो यहाँ पर स्थिति थोड़ा सा अलग हो जाती है । दूरी तो दोनों ट्रेनों की लम्बाई के योग के बराबर होगी (द्वितीय तथ्य के अनुसार ) परन्तु गति में थोड़ा सा अन्तर होगा। पहले केवल एक ट्रेन ही चल रही थी दूसरी वस्तु स्थिर थी अब ट्रेन के साथ दूसरी ट्रेन भी चल रही है तो गति दूसरी होगी जो दोनों गतियों का सापेक्ष वेग होगा। 

यहाँ पर दो स्थितियां बनेगी ।

(A) पहली स्थित वह होगी जब दोनों ट्रेन विपरीत दिशा में जा रही होगी तो यहाँ पर सापेक्ष गति दोनों ट्रेनों की गति का योग होगा । यदि एक ट्रेन 50 मीटर लम्बी है 10 मीटर/ सेकंड की गति से और दूसरी ट्रेन 100 मीटर लम्बी है और 15 मीटर / सेकंड की गति से विपरीत पार करती है तो यहाँ मतलब होगा की वह 150 मीटर की दूरी 25 मीटर प्रति सेकंड की गति से पूरी करती है .

(B) दूसरा स्थिति में जब दोनों ट्रेन एक ही दिशा में जा रही हो तो यहाँ पर सापेक्ष वेग दोनों गतियों का अन्तर होगा। यदि एक ट्रेन 50 मीटर लम्बी है 10 मीटर/ सेकंड की गति से और दूसरी ट्रेन 100 मीटर लम्बी है और 15 मीटर / सेकंड की गति से एक ही दिशा में दिशा में दिशा में पार करती है तो यहाँ मतलब होगा की वह 150 मीटर की दूरी मीटर प्रति सेकंड की गति से पूरी करती है .

ट्रेनों से संबधित प्रश्न को हल करने में हमें इन्ही बातों को ध्यान में रखना होगा।

सुशील दीक्षित