प्रश्न :- एक व्यक्ति ५८०० रुपये के कुछ भाग को ४% औ कुछ को ६% ब्याज पर बैंक में जमा करता है । यदि उसे वर्ष के अंत में २९२ रुपये ब्याज मिलता है तो उसने कितना रुपया ४ % पर जमा किया था ?
हल का तरीका :- चूंकि हमें ४ % पर जमा धन निकालना है तो माने कि सारा धन ६% पर जमा होता तो क्या होता ?
६% के हिसाब से ब्याज मिलता ५८०० का ६/१०० = ३४८ रुपये
लेकिन ब्याज मिला २९२
कितना कम है ३४८-२९२ =५६
क्यों कम है क्योंकि कुछ ४% पर जमा था
कितना ४ % था (५६ /२) x १०० =२८०० यही उत्तर हुआ । यहाँ २ है ६-४
नोट :- अगर आप ध्यान से देखे तो कहीं भी पेन नही चलाना पड़ेगा । ६% निकालने में ०० ऊपर नीचे कट जायेंगे और ५० में ६ का गुना ३०० और शेष ८ में ६ का गुना ४८ अतः कुल हो गए ३४८ रुपये
कितना कम निकालने में--- ३०० से २९२ कम है ८ यह ४८ में जोड़ दे तो ५६
५६/२=२८ और १०० का गुना २८००
इस तरह आदत डाले कि सब गनाए मौखिक ही हो । तभी समय कि बचत होगी क्योंकि प्रश्न ऐसे ही पूछे जायेंगे जिसमे गणना अत्यन्त सरल होगी ।
मैं इस तरह कि छोटी छूती बातें भी बता देता हूँ जिससे आप कि आदत पड़े कलम न उठाने कि।
सुशील दीक्षित
3 टिप्पणियाँ:
सुशील जी,
आपका इस ब्लाग ने हिन्दी को एक नये क्षेत्र में ले गया है; हिन्दी को एक नया आयाम दिया है। साधुवाद!
कभी एक पोस्ट इस बात पर लिखिये जिसमें बताया गया हो कि, अंकगणितीय योग्यता से समृद्ध होने के लिये मुख्यत: क्या-क्या चाहिये: जैसे
१) कहाँ तक पहाड़ा याद रखना चाहिये; दस तक या तीस तक।
२) कहाँ तक की संख्याओं के वर्ग, घन आदि याद रखने से लाभ मिलता है।
३) किन-किन संख्याओं के वर्गमूल, घनमूल आदि याद रखने से लाभ होता है।
४) कौन से बीजगणितीय सूत्रों का प्रयोग करने से गणना में आसानी हो जाती है।
५) सरलीकृत गणना के कौन-कौन सी विधियाँ और उपाय हैं?
५) आसानी से भाग और गुणा करने के तरीके बतायें।
६) व्यावहारिक गणित का कैसे दक्षता पूर्वक उपयोग किया जाय।
७) अन्य
अच्छा लगा.. आपका ब्लोग पढ़ने में मजा आयेगा और थो्ड़ी कसरत भी हो जायेगी..दिमाग की
प्रतिशत का आसान तरीका
“अ” का “ब” प्रतिशत व “ब” का “अ” । दोनों का उत्तर होगा एक ही "स" -मेमोरी गुरु रचित
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